प्यार करना आसान नही

प्यार करना आसान नही

भारत जैसे देश में जब कोई लड़का , लड़की प्रेम करते है वो सिर्फ प्रेम नही करते बल्कि वो एक युद्ध को बुलावा देते है क्योंकि यहां प्रेम करना आसान नही है इतिहास से ही प्रेमी अपने प्यार के लिए कुर्बान हुए है क्योंकि प्रेम पाने का नाम नही एक दूसरे के लिए मर मिटने का नाम है  यहाँ प्रेमियों पर रोमियो,बजरंग दल बना कर हमले किए जाते है यूपी ,हरियाणा ,दिल्ली में समाज अपनी झूठी इज्जत के नाम पर प्रेमियों को जिन्दा जला ,या काटवा दिया जाता है और हमारा प्रशासन  तमाशहीन बना रहता है  सवाल ये है कि क्या प्यार करना गलत है ? जो प्यार दो धर्म ( जाति)   संस्कृति को जोड़ता हो , एक दूसरे धर्म , संस्कृति के प्रति इज्जत की भावना पैदा करता हो ।एक दूसरे के धर्म को समझने का मौका देता हो , समाज को देखने का नजरिया बदलता हो ,बुरे से बुरे व्यक्ति के प्रति प्रेम की भावना पैदा करता हो, लड़ने से अपनी बात ना मनवा कर प्यार से मनवा लेना । इस के साथ - साथ समाज में दहेज , पर्दा प्रथा , लिंग भेदभाव का खत्म होना , क्योंकि जब स्त्री उसकी दासी
नही , बल्कि  जीवन साथी होती , जो उसे बिना सरत मिलती है।ओर माता पिता  बेटी को बोझ नही समझते । जहाँ हमारे धर्म गुरु हिन्दू - मुस्लिम के नाम पर देश में जहर घोल रहे है एक दूसरे के प्रति भड़का रहे है वहां ये प्यार ही  जो शैतान को इंसान  बनाता है जो हिंसात्मकता  घटनाओं को  खत्म कर सकता है।



     पश्चिमी  सभ्यता का वलेंटिन्सडे मुबारक हो , प्यार करने एक दिन नही बल्कि सारे दिन होंने चाहिए

प्यार एक खूबसूरत एहसास  है जो हर किसी को नही मिलता । प्यार की  छाव में हमार बुरे से बुरा समय ख़ुशी-  ख़ुशी गुजर जाता है वो एक रूह दो जान होते है  जिनका दिल का    कनेक्शन होता है  जिन्हें किसी मोबाइल की जरूरत नही होती । प्यार में कुछ पाने की चाह नही होती ,एक दूसरे के लिए मर मिटने का नाम है जरूरी नही है कि जिसे आप प्यार करो , वो भी आप से करे । लेकिन उसकी ख़ुशी में ही अपनी खुशी ढूढ़ते है ,जिसे हम एक तरफा प्यार का नाम देते है जो प्रेमी जोड़े इस प्यार के बंधन में जुड़े है उनकें पास दुनिया की सारी दौलत है क्योंकि प्यार कभी पैसा नही माँगता । प्यार एक ऐसी अदृशय ताकत है उसके लिए हम परिवार , समाज से भी लड़ जाते है ।ना जाने कहां से एक मुंग व्यक्ति में भी विरोध करने की ताकत आ जाती है , उसे पता है कि प्यार करना गलत नही है ओर जब आप सही हो तो कैसी शर्म

प्रिया गोस्वामी,


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