एक सवाल * ( महिला सुरक्षा कि जमीनी हकीकत )

आखिर सुरक्षा कब मिलेगी ( एक सवाल )
क्या हैं वन स्टॉप रैप सेंटर
निर्भया केस के बाद बलात्कार पीडितो के लिए राहत केंद्र बनाये जाने कि मांग थी जिस का नाम वन स्टॉप रैप सेंटर !  जिस में पीड़िता को वहाँ पर  मेडिकल सुविधा , पुलिस  रिपोर्ट, और न्याय के लिए सरकारी वकील , के साथ वहाँ रहने की सुविधा प्राप्त होगी! जब तक वह सामान्य नही हो जाती !
मगर हमारी सरकारों के अनैतिक रविए के कारण ये संभव नही हो पाया

हम रेप करने वालो की मानशिकता तो इतनी जल्दी नही बदल सकते !पर वन स्टॉप रैप सेंटर  हम सरकार पर दबाब डाल कर बनवा सकते हैं!

दिल्ली में निर्भया रेप केस   के बाद बलात्कार पीड़ितों के लिए बनाए गए निर्भया रेप फंड  का पैसा कहाँ है? जिसकी राशि 30 हजार करोड़ हैं  अगर नहीं है तो पैसा किस मंत्री-संत्री ने खाया


  , निर्भया फंड से जो कि दिल्ली के हर डिस्ट्रिक्ट में वन स्टॉप रैप सेंटर   बनाये जाने थे कहा है वो !  इंडीयन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार मेनका गाँधी ने राज्यो को फंड जारी कर दिया है  अगर जारी कर दिया गया है तो कहा हैं ये सेंटर हैं भी तो उन पर ताला लगा दिया गया हैं क्यों ?
(1)अगर आज  वन स्टॉप रैप सेंटर  होता तो *शाहदरा में 5 साल की बलात्कार पीड़ित बच्ची और उसके परिवार से ये नहीं कहा गया होता कि आपका इलाज इस अस्पताल में  नहीं दूसरे अस्पताल में होगा।*

नेता- मंत्री- संत्री के आगे पीछे गाड़ियों का काफिला चलता है और 5 साल की बलात्कार पीड़िता को परिवार मजबूरन मोटर साइकिल पर हॉस्पिटल ले जाने के लिए मजबूर था! पुलिस की जिप्सी  और हॉस्पिटल की   एम्बुलेंस    कहाँ थी? दिल्ली पुलिस का ये नारा कि नजर आप कि सुरक्षा हमारी कहाँ थी ये व्यवस्था ?हाँ अभी तक  ये केवल एक शिलोगन ही साबित हुआ ! इस कारण 5 साल की बच्ची को परिवार के साथ आधी रात में एक अस्पताल से 12 किलोमीटर दूर- दूसरे अस्पताल तक दौड़ाया गया। पीड़िता को इलाज के लिए 12 घंटे की देरी हुई क्यों ? अगर 5 साल की बच्ची से बलात्कार पर किसी प्रकार के इलाज और मदद मिलने में 12 घंटे की देरी हो रही है तो किसको शर्म करना चाहिए--- ऐ. सी.पी, डी. सी.पी,  सी.पी।  , विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, आपको, हमको, पूरे देश को या शर्म महँगी हो गयी है?

ये पहली घटना नही है जिस में प्रशासन कि असंवेदनशीलता देखने को मिली है हर केस में प्रशासन कि ढिलाई देखने को मिली हैं

सवाल है कि  देश का भविष्य  क्या  होगा, जिस में माता पिता बेटी को  जन्म देना नही चाहेंगे।  ! वर्तमान  फिर   इतिहास को धोरायेगा! जहाँ पितृ सत्ता का प्रभुत्व था !

प्रिया गोस्वामी

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